पृथ्वी जो कि ब्रम्हाण्ड में सबसे अनोखा ग्रह है। यहां कई प्रकार के जीव जंतु, वनस्पतियाँ और उनसे सम्बन्धित जलवायु मौजूद है। इसके साथ ही प्रत्येक प्राणी ग्रह पर मौजूद वनस्पतियों या जीवों पर निर्भर करता है, जिसकी वजह से हर एक प्राणी के आकृति और संरचना की अलग अलग विशेषता है। स्वयं की सुरक्षा और भोजन के शिकार की दृष्टि से प्राणियों में अपनी एक अलग प्रवृत्ति है ऐसी प्रवृत्ति इन्हें या तो शालीन बनाती है या फिर खूंखार, खतरनाक। इस लेख में दुनिया के 10 सबसे खतरनाक प्राणियों (10 most dangerous creatures of the world) के बारे में चर्चा की गई है।
वैसे तो इस ग्रह पर बहुत से प्राणी दूसरों के लिए अत्यंत खतरनाक हैं जैसे शेर, जंगली हाथी, दरियाई घोड़े आदि; लेकिन इस लेख में ऐसे प्राणियों का जिक्र है जो अन्य प्राणियों के साथ ही मानव जीवन के लिए भी खतरनाक हैं। आइये जानते हैं दुनिया के 10 सबसे खतरनाक प्राणियों के बारे में –
10 Most dangerous creatures of the world | दुनिया के 10 सबसे खतरनाक प्राणी
10- ग्रेट व्हाइट शार्क (GREAT WHITE SHARK)
10 most dangerous creatures of the world की सूची में 10 वां नाम है ग्रेट व्हाइट शार्क। यह दुनिया के सबसे खतरनाक जन्तुओं में से एक है जो दुनिया भर के महासागरों में पायी जाने वाली मछली की एक प्रजाति है। समुद्री किनारों पर आये सैलानियों का सामना अक्सर इनसे हो ही जाता है। अन्य समुद्री जन्तुओं की तुलना में व्हाइट शार्क का मनुष्यों पर हमला सर्वाधिक है। शार्क में गंध पहचानने की अद्भुत भावना होती है जो आसानी से दो मील दूर शिकार का पता लगा सकते हैं। अपने शिकार पर ये बहुत ही तीव्र गति से हमला करते हैं और इनका आरीदार नुकीले दांतों वाला जबड़ा सैकडों किलोग्राम वजन का दबाव डाल सकता है जो किसी भी प्राणी की हड्डियों को चूर कर सकता है।
ग्रेट व्हाइट शार्क एक सफेद अंडरबेली के साथ ग्रे होते हैं और एक शक्तिशाली पूंछ होती है जो उन्हें पानी में 60 किमी प्रति घंटे की गति प्रदान करती है। ये आकार में बहुत बड़े होते हैं, 6.5 मीटर तक बढ़ सकते हैं और लगभग 3000 किलोग्राम वजन के हो सकते हैं। ये 15 साल में अपनी परिपक्वता तक पहुंचते हैं और इनकी उम्र 70 साल तक होती है। ये आमतौर पर सुबह में शिकार करते हैं। यह दुनिया के सबसे अद्भुत जानवरों में से एक है। सील इनका प्रमुख भोजन है इसलिए ये अधिकतर सीलों की कॉलोनी के आसपास समुद्र के नीचली मिट्टी में रहते हैं। इनके बड़े सफ़ेद आकार के कारण इन्हें ग्रेट व्हाइट शार्क के नाम से जाना जाता है। किलर व्हेल के आलावा शार्क जैसा खतरनाक समुद्री शिकारी, दूसरा और कोई नहीं है।
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9- अफ्रीकी भैंस (AFRICAN BUFFALO)
10 most dangerous creatures of the world की सूची में अगला नाम अफ्रीकी भैंस का है। अफ्रीकी भैंस दुनिया के सबसे खतरनाक जानवरों में से एक हैं। ये अफ्रीका में किसी भी अन्य जानवर की तुलना में अधिक, लोगों को मारने के लिए जाने जाते हैं। ये मनुष्यों के लिए सबसे घातक जानवरों में से एक हैं क्योंकि वे प्रतिवर्ष लगभग 200 लोगों को रौंद कर मार देते हैं। इन्हें केप भैंस (cape buffalo) के नाम से भी जाना जाता है। ये ज्यादातर मध्य और पश्चिम अफ्रीका के वन क्षेत्रों में पाए जाते हैं जिनकी संख्या 900,000 के आसपास है। ये सुबह जल्दी और देर दोपहर घंटों चरने के लिए बड़े पैमाने पर झुंड में यात्रा करना या हाइड्रेटेड रहने के लिए जल श्रोत के आसपास इकट्ठा रहना पसंद करते हैं।
अफ्रीकी भैंस एक बड़े जानवर हैं जो 1.7 मीटर तक बढ़ सकते हैं। इनका वजन 900 किलोग्राम तक हो सकता है। इनका बड़ा, मजबूत सींग और पैरों का खुर इंसानों के लिए बहुत खतरनाक होता है। ये ब्लैक मम्बा की तरह बिना उकसावे के भी हमला करते हैं। ये मुख्यतः घास, नर्म छोटी झाड़ियों और पेड़ की छालों को खाते हैं। इनकी दौड़ने की गति 35 मील प्रति घंटे तक होती है। अफ्रीकी भैंसों में कुछ सौम्य तो कुछ आक्रामक प्रवृत्ति के होते हैं और खुद का बचाव करने में बहुत सक्षम होते हैं। यही कारण है कि शेर भी इन पर कभी हमला करते हैं तो शेरों को खुद ही इनसे जान बचा कर भागना पड़ता है। इनकी आक्रामकता के कारण इन्हें एक उपनाम ‘ब्लैक डेथ’ भी दिया गया है।
8- बॉक्स जेलिफ़िश (BOX JELLYFISH)
यूँ तो जेलीफ़िश की कई प्रजातियां हैं जो काफी खतरनाक हैं लेकिन समुद्री ततैया बॉक्स जेलीफ़िश सबसे घातक किस्म के रूप में जाना जाता है। इनके छोटे जहरीले डार्ट्स (डंक मारने वाली कोशिकाएं) ही इन्हें सबसे घातक जलीय जीव का दर्जा दिलाते हैं। इनकी संरचना घंटी के समान क्यूबिक फ्रेम जैसी होती है जिसके कोनों पर दर्जनों टेंटकल उगे होते हैं जो हजारों डंकने वाली कोशिकाओं के साथ पंक्तिबद्ध होते हैं, जिन्हें नेमाटोसिस्ट के रूप में जाना जाता है। इनमें विषाक्त पदार्थ होते हैं जो एक साथ दिल, तंत्रिका तंत्र और त्वचा कोशिकाओं पर हमला करते हैं। इसी कारण से ये मनुष्यों के लिए खतरनाक हैं हालाँकि ये उन पर्यटकों को गलती से डंक मार देते हैं जो तैरते या जलक्रीडा करते हुए इनके रास्ते में आजाते हैं।
बॉक्स जेलिफ़िश सामान्यतः पृथ्वी के सभी महासागरों में पाए जाते हैं लेकिन अक्सर ये इंडो-पैसिफिक जल में तैरते हुए दिख जाते हैं। ये एक अकशेरुकी, पारदर्शी और हल्के नीले रंग के जीव होते हैं जो रात्रि के समय रोशनी पड़ने पर तैरते हुए चमकदार दिखाई पड़ते हैं। इस जीव को समुद्र का सबसे विषैला अकशेरुकी जीव माना गया है। आंकड़ों के मुताबिक प्रत्येक वर्ष लगभग 150 से 200 लोगों को इनके डंक लगने से मृत्यु का अनुमान लगाया गया है।
7- पफर मछली (PUFFER FISH)
पफर मछली, जिसे ब्लोफिश के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया भर के उष्णकटिबंधीय समुद्रों में पायी जाती है। यह समुद्र में रहने वाले सबसे घातक प्राणियों में से एक है। यह दिखने में जितनी प्यारी होती है उससे कहीं ज्यादा खतरनाक खतरनाक होती है। गोल्डन एरो डार्ट मेंढक के बाद यह ग्रह पर दूसरी सबसे जहरीली कशेरुकी जीव है जिसकी त्वचा, मांसपेशियों के ऊतकों, यकृत, गुर्दे, और गोनाड में टेट्रोडोटॉक्सिन नामक घातक जहर पाया जाता है। टेट्रोडोटॉक्सिन जहर साइनाइड की तुलना में हजार गुना अधिक जहरीला होता है। इसके इतने जहरीले होने के बावजूद जापान जैसे देश में इसे भोजन के रूप में उपयोग किया जाता है जिसे फुगु के रूप में जाना जाता है। हालाँकि इसे केवल प्रशिक्षित, लाइसेंस प्राप्त रसोइयों द्वारा ही तैयार किया जाता है। फिर भी इन्हें भोजन के रूप में इस्तेमाल करने पर आकस्मिक मौतें हो जाती हैं।
पफर मछली की लगभग 120 प्रजातियां हैं जो भारतीय, प्रशांत (जापान, चीन और फिलीपींस के आसपास के क्षेत्र) और अटलांटिक महासागरों के गर्म पानी में रहना पसंद करती हैं, कुछ प्रजातियाँ मीठे पानी में भी पायी जाती हैं। यह अपने शरीर को बदलने और विस्तार करने की अनूठी क्षमता के लिए जानी जाती है। खतरा महसूस होने पर यह अपनी उभरी हुई रीढ़ को थपथपाती है। इसका जहर मनुष्य को अपंग बना सकता है, इसके आलावा साँस लेने में कठिनाई, मांसपेशियों के पक्षाघात और बेहतर इलाज न मिलने पर मृत्यु का कारण भी बन सकता है। इसके शरीर में लगभग 30 वयस्क पुरुषों को मारने के लिए पर्याप्त विष होता है।
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6- खारे पानी का मगरमच्छ (SALTWATER CROCODILE)
दुनिया की सभी प्रजातियों में, सबसे बड़ा और खतरनाक जीवित सरीसृप है- खारे पानी का मगरमच्छ। ये लगभग किसी भी जानवर को मारने में सक्षम होते हैं जो भी इनके क्षेत्र में प्रवेश करता है चाहे वह मछली हो या अन्य शिकारी जैसे शार्क, स्तनधारी और मनुष्य। इन क्रूर हत्यारों की लंबाई 23 फीट तक बढ़ सकती है (मादा प्रजाति छोटी होती है ), एक टन से अधिक वजन और इन्हें हर साल सैकड़ों लोगों को मारने के लिए जाना जाता है (तुलना में शार्क से अधिक)। शिकार के लिए ये एक तकनीक का उपयोग करते हैं जिसमें ये जानवर को पानी के बहाव के साथ डूबा कर मारते हैं। इनके नुकीले दांत वाले चौड़े जबड़े बहुत ही खतरनाक होते हैं जो सैकड़ों किलोग्राम वजन का दबाव डाल सकते हैं जिनसे शिकार का बच पाना लगभग असंम्भव होता है।
जैसा कि नाम से पता चलता है कि ये खारे पानी में भी जीवित रह सकते हैं। ज्यादातर ये डेल्टास, लैगून और नदियों के निचले हिस्सों में पाए जाते हैं। इसके अलावा ये खारे और मीठे पानी के सबसे कुशल तैराक और स्थलीय घातक शिकारी हैं। खारे पानी के मगरमच्छ मछली, स्तनधारी और पक्षी खाना पसंद है और ये रात में शिकार करना पसंद करते हैं। इनका विस्तार भारत, न्यू गिनी, बोर्नियो, सालोमन द्वीपों और वियतनाम के कुछ हिस्सों से लेकर उत्तरी ऑस्ट्रेलिया तक है। मनुष्य के लिए मगरमच्छों द्वारा मौतों में यह प्रजाति सर्वाधिक जिम्मेदार है।
5- डेथस्टॉकर बिच्छू (DEATHSTALKER SCORPION)
10 most dangerous creatures of the world की इस लिस्ट में सबसे अधिक जहरीले डेथस्टॉकर बिच्छू का नाम भी है। सबसे जहरीले जानवरों में से एक यह बिच्छू विभिन्न नामों से जाना जाता है जैसे कि फिलिस्तीन पीला बिच्छू, ओमदुरमन बिच्छू और नकब रेगिस्तान बिच्छू। इनका अधिकांश भाग पीले रंग का दिखता है और इनकी लंबाई 77 मिलीमीटर तक बढ़ सकती है। ये बिच्छू अक्सर उष्णकटिबंधीय या शुष्क, कम विकसित देशों और मरुस्थलीय क्षेत्रों में मनुष्यों के आसपास के इलाकों में पाए जाते हैं। खासकर इनकी बाहुल्यता उत्तरी अफ्रीका और मध्य पूर्व में है। डेथस्टॉकर बिच्छू पृथ्वी पर बिच्छुओं के कारण होने वाली 75 प्रतिशत मौतों के लिए जिम्मेदार है। वयस्कों की तुलना में बच्चे इनके काटे जाने से विशेष रूप से अतिसंवेदनशील होते हैं। इनके स्टिंग(डंक) में बेहद ही दर्दनाक जहर होता है। दिल की बीमारी से प्रभावित लोगों और जिन लोगों को एलर्जी होती है, उनमें इसका खतरा ज्यादा होता है।
4- ब्लैक माम्बा (BLACK MAMBA)
यूँ तो सांपों के मामले में पृथ्वी पर कई खतरनाक और विषैले सांप हैं लेकिन ब्लैक माम्बा जहर के साथ-साथ अपनी आक्रामकता की दृष्टि से भी बहुत खतरनाक होता है। पूरे अफ्रीका महाद्वीप के अधिकांश क्षेत्रों में सांपों से होने वाली मौतों के लिए ब्लैक माम्बा ही जिम्मेदार है। आकार में ये अन्य सांपों से लम्बे होते हैं, साथ ही बहुत तीव्र गति (लगभग 10 मील/घंटे) से रेंगते हैं| इनके मुख का अन्दरूनी भाग काले रंग में होता है जो इन्हें और भी भयावह बनाता है। इसके साथ ही इनके विष में न्यूरोटॉक्सिन और कार्डियोटॉक्सिन का मिश्रण होता है जो मनुष्य के लिए काफी घातक होता है। ये बिना उकसावे के भी हमला करते हैं और एक ही गति से कई बार दंश करते हैं। इनके एकबार के दंश का जहर दस लोगों को मारने के लिए सक्षम होता है।
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3- त्से त्से मक्खी (TESE TESE FLY)
दुनिया के सबसे खतरनाक जीवों की सूची में त्से त्से मक्खी का तीसरा स्थान है। त्से त्से मक्खीकीटों की प्रजाति में सबसे खतरनाक मक्खी है। यह कीट 0.2 से 0.6 इंच की लंबाई तक पहुंच सकता है(आकार में घरेलु मक्खियों जितनी या उनसे बड़ी) और वक्ष पर पीले रंग का या गहरे भूरे रंग में दिखाई देता है जो छाती पर काले रंग के निशान के साथ होता है। इनकी कुल 23 प्रजातियां हैं जो अधिकतर मध्य महाद्वीपीय अफ्रीका में पाई जाती हैं। इन प्रजातियों का औसत जीवनकाल एक से तीन महीने होता है।
त्से त्से मक्खियाँ मनुष्यों और जानवरों में घातक बीमारियों को प्रसारित करती हैं। ये सूक्ष्म रोगजनकों अफ्रीकी स्लीपिंग सिकनेस के प्रेरक एजेंट हैं, एक बीमारी जो तंत्रिका संबंधी और मेनिंगोएन्सेफलाइटिक लक्षणों से चिह्नित होती है, जिसमें व्यवहार परिवर्तन, खराब समन्वय, साथ ही नींद के चक्र में गड़बड़ी शामिल है जो बीमारी को उसका नाम देते हैं। उचित उपचार ना मिलने पर मृत्यु का कारण बन सकता है। इन मक्खियों का लार्वा किसी भी व्यक्ति को मारने के लिए काफी मजबूत होता है।
2- मच्छर (MOSQUITO)
दिखने में छोटा सा यह जीव सबसे खतरनाक जीवों में से एक है। वैसे तो इनमे कोई जहर नहीं होता लेकिन इनके द्वारा फ़ैलने वाली बीमारियाँ इंसानों के लिए जानलेवा होती हैं। ये मलेरिया, पीला बुखार, चिकनगुनिया, वेस्ट नाइल वायरस, डेंगू बुखार, फाइलेरिया और ऐसी ही अन्य बीमारियों के संक्रमण के लिए जिम्मेदार हैं जिसकी वजह से हर वर्ष लाखों की संख्या में लोग अपनी जान गवां देते हैं। इनमें भी प्रत्येक बीमारी के अपने अलग-अलग आंकड़े हैं। उदाहरण के रूप में- प्रत्येक वर्ष, 50 हजार से 1 लाख व्यक्ति दुनिया भर में डेंगू बुखार से पीड़ित होते हैं, जिनमें से 20,000 तक की मृत्यु हो जाती है।
मच्छरों की तादात लगभग पूरी दुनिया में हैं जो रुके हुए जल निकायों, गंदे पानी के जल जमाव वाली जगहों में पनपते हैं। इनकी लगभग 3,500 प्रजातियां हैं जिनमें से लगभग 175 संयुक्त राज्य अमेरिका में पाई जाती हैं। एनोफिलिस प्रजाति एक मलेरिया वाहक है। मादा मच्छर की प्रजातियां एक संभावित मुखपत्र (दाँतेदार सूंड) उपयोग त्वचा के अंदर छेद करने और केशिका का पता लगाने के लिए करती हैं और उसके बाद, वे एक ट्यूब के माध्यम से रक्त खींचती हैं। एशिया में, मच्छरों ने जापानी इंसेफेलाइटिस फैलाया है। प्रत्येक वर्ष लगभग 50 हजार लोगों को जापानी इंसेफेलाइटिस हो जाता है, जिनमें से लगभग 10,000 की मृत्यु हो जाती है।
1- मानव (HUMANS)
पढने में आश्चर्य तो है कि Top 10 most dangerous creatures of the world में मानव भी शामिल है। लेकिन इसका सबूत हजारों साल से चला आता इतिहास है जिसमें युद्धों और अन्य घटनाओं के द्वारा मानव प्रजाति ने जाने-अनजाने खुद के साथ-साथ अन्य प्राणियों और प्रकृति को हानि पहुँचाया है। हालांकि वर्तमान में मानव ने अविष्कारों, खोजों और दुर्लभ क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर शांतिप्रिय जीवन यापन करना सीख लिया है। लेकिन मनुष्य की आवश्यकताओं ने प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से अन्य प्राणियों और प्रकृति को प्रभावित जरुर किया है।
वैसे तो दुनिया के सभी जगहों के लिए ये लागू नहीं होता कि मनुष्य एक विनाशकारी प्रवृत्ति का है। लेकिन कुछ जगहों जहां पर- जनसंख्या विस्फोट, गरीबी, बेरोजगारी आदि कारणों से अपराधिक घटनाओं की अधिकता, आपसी घृणा, युद्ध जैसी परिस्थितियां मौजूद हैं, उन जगहों से एक नजरिया निकल कर सामने आता है कि मानव प्रजाति भी अपने साथ-साथ, अन्य प्राणियों के लिए खतरनाक है।
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