Hindi Diwas 2024 : हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है ? इतिहास और महत्व

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Hindi Diwas 2024 : किसी भी देश की भाषा उसकी अपनी पहचान होती है। हमारे भारत देश में भी एक ऐसी भाषा है जो देश की पहचान भी है और सम्मान भी, वह भाषा है ‘हिन्दी’। यह भारत और दुनिया के अन्य देशों में बसे भारतीयों को एक दूसरे से जोड़ने का काम करती है। हालांकि भारत में विविधताओं के चलते कई क्षेत्रीय भाषाएँ माने रखती हैं, लेकिन हिन्दी का अपना स्थान है। यह भारत ही नहीं बल्कि दुनिया की प्रमुख भाषाओं से एक है। वैसे तो हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन भारत में हिंदी के लिए एक विशेष दिन हिन्दी दिवस के रूप में निर्धारित है।

Hindi Diwas 2022

Hindi Diwas क्यों मनाया जाता है, इसका इतिहास और महत्व क्या है ?

हिन्दी दिवस कब मनाया जाता है, हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है, इसका इतिहास और महत्व क्या है, आदि विषयों के बारे में जानेंगे इस लेख के माध्यम से,

हिन्दी दिवस कब मनाया जाता है (When is Hindi Diwas celebrated)

हर साल भारत में 14 सितंबर के दिन हिंदी दिवस मनाया जाता है। भारत के अधिकांश जगहों पर हिंदी भाषा का उपयोग किया जाता है देश में किसी भी अन्य भाषा की कुल आबादी का 10% से अधिक उपयोग नहीं किया जाता है इस कारण केंद्र सरकार ने भारत की मुख्य भाषा के रूप में हिंदी भाषा को चुना था। हालांकि अंग्रेजी के प्रति अभी भी भारतवासियों का झुकाव है और इसके महत्व पर स्कूलों और अन्य स्थानों पर जोर दिया जाता है परन्तु हिंदी हमारे देश की सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा के रूप में मजबूत है।

हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत (Hindi Diwas History)

भारत में हिंदी दिवस मनाने की शुरुआत देश की स्वतन्त्रता के बाद हुई, क्यूंकी उससे पहले भारत में ब्रिटिश राज था, और उस समय अंग्रेजी को ही वरीयता दी जाती थी। वर्ष 1946 में संविधान सभा ने देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के तौर पर स्वीकार किया था। फिर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की सरकार ने 14 सितंबर के दिन को हिंदी दिवस के तौर पर मनाने का फैसला किया। हालांकि आधिकारिक तौर पर पहला हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाया गया था।

हिंदी भाषा भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है लेकिन हिंदी भाषा को भारत में लगभग हर जगह समझा जाता है। वर्ष 1918 में महात्मा गांधी ने इसे जनमानस की भाषा कहते हुए राष्ट्रभाषा बनाने के लिए जोर दिया था। भारतीय संविधान में हिंदी भाषा को केंद्र सरकार की भाषा कही गई थी और एक राजभाषा का दर्जा दिया गया था।

हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है (Why is Hindi Diwas celebrated)?

पूरी दुनिया में अंग्रेजी भाषा के प्रभाव के चलते भारत में भी इसका बोल बाला रहा है। दुनियाभर में वार्तालाप संचार और विभिन्न संस्कृतियों को समझने के लिए अंग्रेजी अपना एक अलग महत्व जरूर है। लेकिन भारत में हिंदी भाषा अधिक लोकप्रिय होने के बावजूद अंग्रेजी अधिक प्रभावी होता जा रहा है, जिससे हिन्दी भाषा को उतना महत्व नहीं दिया जा रहा जितना यहाँ की इस मुख्य भाषा को दिया जाना चाहिए। वहीं अन्य देशों (विशेषकर विकसित देश) को देखें तो अंग्रेजी का ज्ञान रखने के साथ-साथ वे अपनी मुख्य राजभाषा को विशेष महत्व देते हैं। भारत में भी इसी दृष्टिकोण से हिंदी भाषा के महत्व को समझने और इसके प्रति जागरूक करने के लिए हिन्दी दिवस मनाया जाता है।

भारत में 22 भाषाएं और उनकी 72507 लिपि हैं। एक ही देश में इतनी सारी भाषाओं और विविधताओं के बीच हिंदी एक ऐसी भाषा है, जो पूरे भारत को एक साथ जोड़ती है क्योंकि देश के हर कोने में लोग इसे ठीक से बोल जरूर न पाएँ लेकिन आसानी से समझ जरूर लेते हैं। और इसीलिए हिंदी दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को हिंदी के बारे में जागरूक करना है, उन्हें समझाना है कि हमारे देश की मातृभाषा हिंदी है यहाँ सबसे ज्यादा हिंदी भाषा बोली जाती है इस वजह से इस भाषा को सीखें और इसकी गरिमा और महत्व को बनाने में सहयोग करें।

हिंदी दिवस 14 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है ?

14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा के प्रचलित साहित्यकार व्यौहार राजेन्द्र सिंह के 50 वें जन्मदिन पर संविधान सभा द्वारा हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में चुन लिया गया था। यह निर्णय 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान के लागू होने के साथ ही प्रभाव में आया। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत देवनागरी लिपि में लिखी गई हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा के रूप में अपनाया गया था। व्यौहार राजेन्द्र सिन्हा के योगदान को महत्व देने और हिंदी भाषा के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाने की घोषणा की गई।

हिंदी दिवस का महत्व (Importance of Hindi Diwas)

हिंदी दिवस को उस दिन को याद दिलाने के लिए मनाया जाता है जिस दिन हिंदी हमारे देश की आधिकारिक भाषा बनाई गई थी। दुनिया और भी देश जो विकसित हैं या विकसित होने की दिशा में हैं वे सभी अपनी मुख्य भाषा को ही वरीयता देते हैं। इसलिए भारत में भी देशहित के लिए हिन्दी भाषा को प्रमुख वरीयता देने की आवश्यकता है जिसके लिए हिन्दी दिवस की मुख्य भूमिका है। यह हर साल हिंदी के महत्व पर जोर देने और हर पीढ़ी के बीच इसको बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है जो अंग्रेजी से प्रभावित है। यह दिन हर साल हमें हमारी असली पहचान की याद दिलाता है और देश के लोगों को एकजुट करता है।

हिंदी दिवस एक ऐसा दिन है जो हमें देशभक्ति भावना के लिए प्रेरित करता है। आज के समय में अंग्रेजी की ओर एक झुकाव है जिसे समझा जा सकता है क्योंकि अंग्रेजी का इस्तेमाल दुनिया भर में किया जाता है और यह भी भारत की आधिकारिक भाषाओं में से एक है। लेकिन एक लोकप्रिय और मातृभाषा होने के नाते हिन्दी भाषा का अपना महत्व है जो देश को पहचान देती है, जिसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है की- हिन्दी भाषा दुनिया की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसलिए हिंदी दिवस दिन हमें यह याद दिलाने का एक छोटा सा प्रयास है कि हिंदी जितनी हमारी आधिकारिक भाषा है, यह उतनी ही हमारे लिए अधिक महत्व रखती है।

हिंदी दिवस किस प्रकार मनाया जाता है (How To Celebrate Hindi Diwas)?

हिन्दी दिवस को सार्थक करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों, राजकीय संस्थानों आदि जगहों पर हिंदी भाषा पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों में राष्ट्रवादी स्पर्श देने के लिए महिला-पुरुष सभी देशी वेषभूषा धरण करते हैं। हिन्दी दिवस पर विशेष कार्यक्रमों में हिंदी वाद-विवाद, कविता या कहानी बोलने की प्रतियोगिताएं आयोजित करती है। सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं और शिक्षक हिंदी भाषा के महत्व पर जोर देने के लिए भाषण भी देते हैं। वहीं राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों में देश के राष्ट्रपति उन लोगों को पुरस्कार देते हैं जिन्होंने हिंदी भाषा से संबंधित किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता हासिल की है।

हिन्दी दिवस पर आयोजित कई कार्यक्रमों पर हिन्दी भाषा में उत्कृष्ट योगदान कर रहे, कवियों और कवियत्रियों को सम्मानित किया जाता है। हिन्दी की नई-नई विधाओं में तैयार रचनाओं की पुस्तकों का विमोचन भी किया जाता है, जिससे की नए साहित्यकारों को हिन्दी भाषा के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलता रहे। साथ ही, उन हिन्दी भाषी साहित्यकारों को याद किया जाता है, जिन्होंने इस हिन्दी साहित्य में अतुलनीय योगदान दिया है, जैसे- कबीरदास, भारतेन्दु हरिश्चंद्र, महादेवी वर्मा इत्यादि।

हिंदी दिवस रोचक तथ्य (Hindi Diwas Facts)

  • हिन्दी, वैदिक संस्कृत के प्रारंभिक रूप का प्रत्यक्ष वंशज है।
  • हिंदी शब्द शास्त्रीय फारसी ईरानी उच्चारण ‘हेंडी’ से लिया गया था।
  • 2011 की जनगणना के अनुसार, लगभग 260 मिलियन (26 करोड़) लोग हिंदी भाषा बोलते हैं।
  • भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान यह भाषा भारतीय राष्ट्रीय एकता की अभिव्यक्ति बनकर उभरी।
  • तब से यह भाषा अंग्रेजी और मंदारिन के बाद विश्व स्तर पर तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है।
  • भारत के अलावा, यह भाषा फिजी, नेपाल, दक्षिण अफ्रीका और संयुक्त अरब अमीरात में व्यापक रूप से बोली जाती है।
  • यह उल्लेखनीय है कि संयुक्त अरब अमीरात में, हिंदी को तीसरी आधिकारिक अदालत की भाषा के रूप में अपनाया गया है।
  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के तहत संघ की राजभाषाओं को निर्धारित किया गया है, जिसमें अंग्रेजी के साथ देवनागरी लिपि में हिंदी भी शामिल है।
  • 10 जनवरी एक और ऐसा दिन है जब दुनियाभर में विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य देश-दुनिया के लोगों में हिन्दी भाषा के प्रति सम्मान और जागरूकता लाना है।

निष्कर्ष

इस प्रकार, इस लेख के माध्यम से हमने हिन्दी दिवस के विषय में जानकारी साझा की, जिससे यह निष्कर्ष निकलता है कि हिन्दी दिवस एक प्रयास है अपनी भाषा को महत्व देने के लिए। निस्संदेह हमें भारत की हर एक भाषा का सम्मान करना चाहिए, लेकिन एक ऐसी भाषा जो पूरे देश को एक साथ जोड़ती है, मातृभाषा है और देश में विविधताओं के होते हुए भी राष्ट्रीय एकता की पहचान है, उस भाषा को हमें राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। हिंदी दिवस, हिन्दी भाषा को सम्मान देने का दिन है जिससे की नई और आने वाली पीढ़ी को भी हिन्दी के महत्व का ज्ञान हो सके।

FAQs : Hindi Diwas 2024 : हिन्दी दिवस क्यों मनाया जाता है ? इतिहास और महत्व

1- हिन्दी दिवस कब मनाया जाता है ?

उत्तर : प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है।

2- हिन्दी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है ?

उत्तर : देश के हर राज्य में बसे जनमानस को हिंदी के महत्व के बारे में समझाना और इसके प्रसार प्रचार करना, हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है।

3- हिन्दी साहित्य के प्रमुख साहित्यकारों के नाम क्या हैं ?

उत्तर : वैसे तो हिन्दी साहित्यकारों के नामों की लंबी श्रंखला है, लेकिन हम यहाँ कुछ प्रमुख हिन्दी साहित्यकारों के नाम बता रहे हैं,
– भारतेन्दु हरिश्चंद्र,
– आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी,
– मुंशी प्रमचंद,
– रामधारी सिंह दिनकर
– जयशंकर प्रसाद,
– महादेवी वर्मा
– धर्मवीर भारती,
– हरिवंश राय बच्चन,
– सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’
– सुभद्रा कुमारी चौहान

4- भारत के किन राज्यों में हिन्दी भाषा का उपयोग सबसे अधिक होता है ?

उत्तर : हिंदी बोलने वाली अधिकांश आबादी उत्तर भारत में केंद्रित है। हिंदी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, हरियाणा, राजस्थान, उत्तराखंड और झारखंड सहित कई भारतीय राज्यों की आधिकारिक भाषा है। बिहार देश का पहला राज्य था जिसने अपनी एकमात्र आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को अपनाया। बंगाली, तेलुगु और मराठी देश की अन्य व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा हैं।

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