Semiconductor Companies in India :अर्थव्यवस्था के विकास से सीधे तौर पर जुड़े सेमीकंडक्टर के निर्माण को लेकर औपचारिक घोषणा की गई है. इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के उपयोग में वृद्धि होने के साथ भारत में Semiconductors की मांग में भारी वृद्धि हो रहा हैं जिससे भारत जैसे देश Semiconductor की कमी एक समस्या बनती जा रही है, इसी लिए कई वर्षों से भारत इस प्रयास में जुटा था कि भारत में सैनिक कनेक्टर का निर्माण हो।
इसी संदर्भ में वेदांताऔर ताइवान की कंपनी फॉक्सकॉन के बीच भारत में सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए मंगलवार को औपचारिक रूप से करार किया गया जिसके तहत सेमीकंडक्टर निर्माण पर 1.54 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा भारत के गुजरात राज्य के अहमदाबाद में दोनों कंपनियां मिलकर सेमीकंडक्टर का निर्माण करेंगे।
गुजरात (Gujrat) के गांधीनगर में आयोजित समारोह में रेल और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) की मौजूदगी में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए. इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद थे।
फॉक्सकॉन कंपनी ताइवान के फोन हाई टेक्नोलॉजी समूह से जुड़ी है यह दुनिया की बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरर में शुमार है 2021 में फॉर्चून ग्लोबल 500 में 22 वां बसाया स्थान पर थी फॉक्सकॉन अमेरिकी कंपनी एप्पल के लिए आईफोन वाहन उत्पादन भी तैयार करती है। जबकि वेदांता एक भारतीय कंपनी है। |
Semiconductor Companies देंगी 1 लाख लोगो को रोजगार-
इस निवेश से 100000 लोगों को सीधे तौर पर रोजगार मिलने की उम्मीद है। अगले 2 साल में इस यूनिट से उत्पादन शुरू हो जाने की उम्मीद है। सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए सरकार की तरफ से प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) की घोषणा की गई है। जिसे तहत इन कंपनियो को विशेष सब्सिडी मिलेगी।
Semiconductor (अर्द्धचालक) का उपयोग कहाँ होता है ?
सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल मोबाइल फोन से लेकर कार एटीएम इलेक्ट्रॉनिक आइटम में किया जाता है भारत अभी तक सेमीकंडक्टर के लिए पूरी तरह से आयात पर निर्भर था जो कि इकनॉमिक नजरिए से भारत के लिए सही नहीं था वर्ष 2023 में भारत में सेमीकंडक्टर का बाजार 27.2 अरब डालर का था जो की उम्मीद की जा रही है कि वर्ष 2026 तक 64 अरब डालर का हो जाएगा यदि भारत में सेमीकंडक्टर का उत्पादन होता है तो यह भारत के लिए बहुत अच्छा साबित होगा।
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Semiconductor (अर्द्धचालक) सबसे ज्यादा कहा उत्पादन होता हैं ?
ताइवान दुनियाभर में इस्तेमाल होने वाले 60% सीमित कनेक्टर का उत्पादन करता है ताइवान के अलावा दक्षिण कोरिया चीन सिंगापुर अमेरिका मलेशिया भी सेमीकंडक्टर का निर्माण करते हैं ऑटोमोबाइल के साथ लगभग सभी सेक्टर के लिए सेमीकंडक्टर की जरूरत है भारत सेमीकंडक्टर के लिए अब दूसरे देश पर निर्भर नहीं रहना चाहता है।
दुनिया और भारत तेजी से डिजिटल होने से सेमीकंडक्टर विकास के लिए सबसे अहम आइटम माना जा रहा है इसलिए उम्मीद है कि कई और कंपनियां सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए भारत आ सकती हैं सेमीकंडक्टर के डिजाइनिंग का काम पहले से भारत में हो रहा है।
वेदांता के प्रमुख अनिल अग्रवाल ने कहा कि यह गुजरात में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है सेमीकंडक्टर निर्माण होने से भारत का इलेक्ट्रॉनिक आयात घटेगा और इससे इलेक्ट्रॉनिक उत्पादन के लिए नया इकोसिस्टम तैयार होगा इस फैसले से भारत चिप टेकर से लेकर चिप मेकर बनने जा रहा है।
सेमीकंडक्टर फैब यूनिट अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित होगा
भारत को सप्लाई चेन में ग्लोबल पार्टनर बनाने के अलावा सेमीकंडक्टर फैब यूनिट अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित होगा। यह युवाओं के लिए रोजगार के महत्वपूर्ण अवसर पैदा करेगा और राज्य के लिए राजस्व पैदा करेगा। प्रस्तावित सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग फैब यूनिट 28nm टेक्नोलॉजी नोड्स पर वेफर साइज 300mm के साथ काम करेगी और डिस्प्ले मैन्युफैक्चरिंग यूनिट छोटे, मध्यम और बड़े ऐप्लीकेशन्स के लिए जनरेशन 8 डिस्प्ले का उत्पादन करेगी।
आगे हम बताने वाले है कि भारत में सेमीकंडक्टर कंपनीयां कौन-कौन से है-
Semiconductor Companies in India | भारत के सभी सेमीकंडक्टर कंपनी 2024
1- Bharat Electronics Limited :
Semiconductor Companies में पहला नाम आता है भारत इलेक्ट्रॉनिक्स जो एक भारतीय सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी है जो सेमीकंडक्टर सहित एयरोस्पेस और रक्षा कंपनियों के लिए अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक products के निर्माण में शामिल है। इसने वर्ष 1962 में सफलतापूर्वक जर्मेनियम सेमीकंडक्टर्स का निर्माण किया। कंपनी सोवियत संघ सरकार की मदद से ऐसा करने में सफल रही। तब से, उन्होंने सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में बहुत काम किया है और सेमीकंडक्टर तकनीक में बहुत कुछ नया किया है। आज यह देश की प्रमुख सेमीकंडक्टर निर्माता कंपनी है।
2-CDIL कॉन्टिनेंटल डिवाइस इंडिया लिमिटेड
Semiconductor Companies में दूसरा नाम कॉन्टिनेंटल डिवाइस इंडिया लिमिटेड (सीडीआईएल) हा है जो दिल्ली में स्थित है और आमतौर पर भारत में सिलिकॉन सेमीकंडक्टर चिप्स और उपकरणों के निर्माण में अग्रणी माना जाता है। वर्ष 1964 में स्थापित, सीडीआईएल ने सेमीकंडक्टर निर्माण में भारी प्रगति की है। आज कंपनी के पास सेमीकंडक्टर निर्माण की अपार क्षमता है। अब, जब सेमीकंडक्टर निर्माण भारी मांग में है, यह इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए सर्वोत्तम पेशेवर और प्रौद्योगिकी होने का दावा करता है। सीडीआईएल अपने काम के लिए आज दुनिया भर में भरोसेमंद है।
3-Applied Materials
Semiconductor Companies में तीसरा नाम एप्लाइड मैटेरियल्स हैं जिसकी स्थापना 1967 में हुआ था यह एक अमेरिकी सेमीकंडक्टर निर्माण ब्रांड है। सेमीकंडक्टर उद्योग में एक विश्वसनीय नाम होने के नाते, एप्लाइड मैटेरियल्स अपनी भारतीय सहायक कंपनी की मदद से भारत में सेमीकंडक्टर क्षेत्र के विकास में एक महत्वपूर्ण शक्ति रही है। एप्लाइड मैटेरियल्स इंडिया बैंगलोर में स्थित है कंपनी इकाइयों के निर्माण के लिए एक अत्याधुनिक तकनीक विकसित करने में कामयाब रही है।
यह सिलिकॉन विकास और निर्माण से संबंधित कई सेवाएं प्रदान करता है। हटाने, जोड़ने और बदलने जैसी सेवाएं भी इसकी पेशकशों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
4-TSMC India
Semiconductor Companies, के लिस्ट में पंचवा नाम टीएसएमसी का है जो मूल रूप से एक ताइवान स्थित सेमीकंडक्टर है, लेकिन अंततः बैंगलोर, भारत में अपना कार्यालय शुरू कर दिया है। कंपनी भारत में अपना मैन्युफैक्चरिंग प्लांट शुरू करने की योजना बना रही है। भारत में अपना आधार स्थापित करके यह अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के ग्राहकों को लक्षित करेगा। कंपनी कई फैब लेस कंपनियों को सेवा देने पर भी विचार कर रही है।
TSMC दुनिया में निर्बाध सिलिकॉन निर्माण के लिए सबसे प्रसिद्ध कंपनियों में से एक है। यह ऐप्पल जैसे आईटी दिग्गजों को सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन सेवाएं भी प्रदान करता है। इसके अलावा, यह ग्राहकों की एक पूरी श्रृंखला को सभी प्रकार की सिलिकॉन निर्माण तकनीकें भी प्रदान करता है।
5-Micron Technology
Semiconductor Companies , माइक्रोन टेक्नोलॉजी वर्ष 1978 में स्थापित एक सेमीकंडक्टर निर्माण कंपनी है, जिसका भारतीय कार्यालय बैंगलोर में स्थापित है। कंपनी वर्षों से सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी उद्योग में काम कर रही है। यह कंपनी मेमोरी चिप्स बनाने में माहिर है। माइक्रोन टेक्नोलॉजी मेमोरी चिप्स बनाने के लिए DRAM तकनीक का उपयोग करती है। यह उच्च-घनत्व मेमोरी चिप्स बनाने के लिए इस तकनीक का उपयोग करता है।
6-Solex Energy Limited
Semiconductor Companies, सोलेक्स एनर्जी कंपनी सोलर पैनल, सेमीकंडक्टर्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स के निर्माण के क्षेत्र में काम करती है। 1998 में स्थापित, सोलेक्स ने कई बड़ी परियोजनाओं को काफी सफलतापूर्वक पूरा किया है। सोलेक्स को भारत में सौर कोशिकाओं के निर्माण की उन्नत क्षमता रखने का भी श्रेय दिया जाता है।
7- Masamb Electronics
Masamb Electronics की स्थापना 2007 में भारत में विभिन्न सेमीकंडक्टर सेवाओं को पूरा करने के लिए की गई थी। यह कंपनी वीएसएलआई डिजाइन, आरटीएल डिजाइन, ईडीए और ओईएम डिजाइन में माहिर है। यह फर्मवेयर एप्लिकेशन डेवलपमेंट और रीयल-टाइम एम्बेडेड डिज़ाइन में भी शामिल है। Masamb में ऐसे दिग्गज हैं जिन्होंने सेमीकंडक्टर्स के क्षेत्र में काम किया है, यही वजह है कि यह पूरी दुनिया में कुछ बेहतरीन समाधान पेश करता है।
8-Semtronics Micro Systems
Semiconductor Companies -सेमट्रोनिक्स माइक्रो सिस्टम्स एक सेमीकंडक्टर निर्माण कंपनी है जो विभिन्न बिजली इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाती है। यह उन उत्पादों का निर्माण करता है जो भारतीय ग्राहकों के लिए उपयुक्त हैं। सेमट्रॉनिक्स बैटरी प्रबंधन, सीक्वेंसर, एनालॉग सर्किट और स्विचिंग रेगुलेटर में उत्पाद और सेवाएं प्रदान करता है।
ब्रॉडकॉम कॉर्पोरेशन 1991 में अमेरिका में स्थापित फैबलेस सेमीकंडक्टर निर्माण कंपनी है, जो मुख्य रूप से ब्रॉडबैंड और दूरसंचार उद्योग के लिए उत्पाद बनाती है। कंपनी को 2016 में एवागो टेक्नोलॉजीज द्वारा अधिग्रहित किया गया था और वर्तमान में ब्रॉडकॉम इंक की सहायक कंपनी के रूप में काम कर रही है। कंपनी का बैंगलोर में भारतीय कार्यालय है। यह अर्धचालक के डिजाइन, विकास और निर्माण सहित सभी प्रकार की अर्धचालक सेवाएं प्रदान करता है। अर्धचालक क्षेत्र में इसके उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला भी है।
तीन और नये सेमीकंडक्टर यूनिट
भारत सरकार ने गुरुवार (29-02-2024) को 1.26 लाख करोड़ रुपये के निवेश के साथ गुजरात और असम में तीन सेमीकंडक्टर यूनिट स्थापित को मंजूरी दे दी हैं। इसके कार्य के लिया तीन कंपनियों को चुना गया है। जिसमें से पहला कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEVL) व ताइवान कंपनी पावरचिप है। दूसरा प्लान्ट टाटा सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड (TSAT) द्वारा बनाया जाएगा। और तीसरा सीजी पावर और जापान की रेनेसा इलेक्ट्रोनिक्स कार्पोरेशन
इस प्रकार भारत में सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनी की सूची मे तीन नए नाम जुड़ गए।
- Tata Electronics Pvt. Ltd
- Tata Semiconductor Assembly and Test Pvt Ltd (TSAT)
- CG Power and Renesas Electronics Corp, Japan, and Stars Microelectronics,
इससे पहले 1 कंपनी को पहले मंजूरी मिल चुकी है। इस प्रकार भारत मे अभी तक चार कंपनियों को प्लांट लगाने की मंजूरी मिल चुकी है।
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FAQs – भारत में सेमीकंडक्टर बनाने वाली कंपनी
1- सेमीकंडक्टर का उत्पादन भारत में कहाँ होता हैं ?
सेमीकंडक्टर का उत्पादन भारत में गुजरात के अहमदाबाद मे प्रस्तावित है।
2- भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट कहाँ हैं ?
वेदांता और फॉक्सकॉन के ज्वाइंट वेंचर के तहत भारत का पहला सेमीकंडक्टर प्लांट गुजरात के धोलेरा (अहमदाबाद) मे प्रस्तावित है। जो की देश का पहला सेमीकंडक्टर फैक्ट्री होगा।
दोस्तो मैंने इस पोस्ट के माध्यम से Semiconductor Companies in India : भारत का पहला सेमीकंडक्टर फैक्ट्री बनेगा गुजरात में के बारे जानकारी दी यदि आप को यह लेख अच्छा लगे तो शेयर जरूर करे और इसी तरह के अन्य पोस्ट पड़ने के लिए आप की अपनी ब्लॉग Hindimain.co.in को सब्सक्राइब करे। और अपना सुझाव अवश्य दे।
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