Types of Indian Highways or Roads : भारत में सड़कों के प्रकार 2024

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सड़क दुनिया के ज़्यादातर देशों के लिए महत्वपूर्ण साधन है जो यात्रा, परिवहन इत्यादि में बहुत सहायक होता है। किसी भी देश का Road system उस देश के समग्र विकास में अहम भूमिका निभाता है। भारत उन्हीं देशों में से एक है जिसका Road Network पूरी दुनिया में दूसरे स्थान पर आता है। भारत एक विशाल देश है जहाँ देश का आर्थिक विकास मुख्य रूप से इसके परिवहन पर निर्भर करता है। सड़क भारत में परिवहन के सबसे महत्वपूर्ण साधनों में से एक है।

  Types of Indian Highways or Roads | भारत में सड़कों के प्रकार

सड़कों के वर्गीकरण में, ऐसे तो बहुत से भाग हैं जिनके आधार पर सड़कों को अलग-अलग प्रकारों में बांटा गया है जैसे- निर्माण, बनावट(design) आदि। लेकिन इस लेख में आप, speed, location और function के आधार पर भारतीय सड़कों के प्रकारों (Types of Indian Highways or Roads) और Funding के बारे में जानेंगे। साथ ही जानेंगे भारत में सड़कों के निर्माण के लिए धन कौन देता है, पहचान कैसे होती है?

1- एक्सप्रेस-वे (Expressways)

भारतीय सड़कों के प्रकार | Types of Indian Highways

एक्सप्रेस-वे (Expressways) ऐसी सड़कें हैं जिनमें लेन(lane) यानि पथ की संख्या अधिक होती है (6,8 या उससे अधिक)। ऐसी सड़कें तेज गति वाले वाहनों को अनुमति देती हैं। इनका निर्माण और रखरखाव कार्य सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय (MORTH) द्वारा संचालित किया जाता है।

भारत में एक्सप्रेस-वे के उदाहरण-

  1. यमुना एक्सप्रेसवे (Yamuna Expressway)- ग्रेटर नोएडा से आगरा तक
  2. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway)
  3. पूर्वाञ्चल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway)- लखनऊ से गाज़ीपुर तक
  • भारत में पहला एक्सप्रेसवे, दिल्ली-नोएडा डायरेक्ट फ़्लाइवे है, जो दिल्ली और उत्तर प्रदेश राज्य को एक दूसरे से जोड़ता है।
  • मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे भारत के सबसे बड़े एक्सप्रेसवे में से एक बन गया है।

2- राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highway- NH)

Types of Indian Highways or Roads

राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) वे सड़कें होती हैं जिन्हें मुख्य रूप से राजमार्ग का दर्जा मिला होता है। ये मुख्य सड़कें भारत के विभिन्न राज्यों और मुख्य शहरों को जोड़ती हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यों की राजधानियों को भी जोड़ते हैं। । एक National Highway की चौड़ाई आमतौर पर 7 मीटर से 15 मीटर तक होती है। ये सड़कें यात्रियों और सामग्रियों के परिवहन के लिए नेटवर्क को जोड़ने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। इनपर तेज और भारी यातायात ले जाए जा सकते हैं।

Four Lane बनाने के लिए Funding कहाँ से होती है ?

राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण, रखरखाव और प्रबंधन भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जाता है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की स्थापना भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण अधिनियम, 1988 द्वारा की गई थी। अधिनियम की धारा 16(1) में कहा गया है कि NHAI का कार्य राष्ट्रीय राजमार्गों और इसमें निहित किसी भी अन्य राजमार्ग का विकास, रखरखाव और प्रबंधन करना या भारत सरकार द्वारा इसे सौंपा गया है।

भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों के उदाहरण-

  1. ठाणे से चेन्नई रोड (NH4)
  2. आगरा-मुंबई रोड (NH3)
  3. दिल्ली से लखनऊ रोड (NH24)

भारत में राष्ट्रीय राजमार्गों की पहचान –

  पीली पट्टी (Yellow stripe):  

indication of roads

मील का पत्थर जिसपर पीले रंग की पट्टी होती है। मील के पत्थर (milestone) पर पीली पट्टी राष्ट्रीय राजमार्ग को दर्शाती है। यदि आप किसी सड़क पर और उसके किनारे इसी तरह के किसी मील के पत्थर को पाते हैं तो आप आसानी से समझ जाएंगे कि उस समय आप राष्ट्रीय राजमार्ग पर यात्रा कर रहे हैं।

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3- राज्य राजमार्ग (State Highway- SH)

Types of Indian Highways or Roads

राज्य राजमार्ग (State Highways) वे राजमार्ग हैं जो मुख्य रूप से किसी राज्य में राष्ट्रीय राजमार्गों, जिला स्थानों और प्रमुख शहरों को जोड़ते हैं। इसके अलावा ये आसपास के राज्यों को भी जोड़ती हैं। इनकी चौड़ाई 7 मीटर से 10 मीटर तक होती है। इन पर मध्यम से तेज यातायात ले जाए जा सकते हैं। राज्य राजमार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों की बनावट(design) गति और सड़क निर्माण के लिए विनिर्देश समान होते हैं।

इन सड़कों के निर्माण और रख-रखाव की जिम्मेदारी राज्य के लोक निर्माण विभाग (Public Works Department- PWD) की होती है

  • भारत के महाराष्ट्र राज्य में देश के राज्य राजमार्गों का सबसे बड़ा हिस्सा है।
  • सड़कों में ज़्यादातर राजमार्ग (highways) आते हैं जिनकी देश के समग्र विकास में विशेष भूमिका है।

भारत में राज्य राजमार्गों की पहचान –

  हरी पट्टी (green stripe) :  


indication of roads

मील का पत्थर जिस पर हरे रंग की पट्टी होती है। मील के पत्थर (milestone) पर हरी पट्टी राज्य के राजमार्गों का प्रतिनिधित्व करती है। किसी सड़क पर लगा Sign Board जिस पर ऐसा चित्र या किनारे पर लगा ऐसा मील का पत्थर किसी State Highway को दर्शाता है।


4- जिला सड़कें (District Roads)

Types of Indian Highways or Roads

जिला सड़क (district roads) वे सड़कें हैं जो मुख्यतः किसी राज्य के जिला परिषदों, जिला मुख्यालयों, छोटे-बड़े शहरों को जोड़ती हैं, साथ ही राज्य राजमार्गों और राष्ट्रीय राजमार्गों से भी जुड़ती हैं। इनकी चौड़ाई सामान्यतः 5 मीटर से 8 मीटर तक होती है। जिला सड़कों पर वाहनों की डिजाइन गति, राजमार्गों पर डिजाइन की गति की तुलना में बहुत कम होती है। आमतौर पर देखा जाय तो इन पर मध्यम यातायात होता है।

जिला परिषद के पास जिला सड़कों के निर्माण और रख-रखाव का जिम्मा होता है और इसे जिला प्राधिकरण और नगर प्रशासन द्वारा पूरा किया जाता है। किसी राज्य की जिला सड़कों के विकास के लिए राज्य सरकार अनुदान देती है।

जिला सड़कों को दो श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है-

  1. प्रमुख जिला सड़कें (major district roads)
  2. अन्य जिला सड़कें (other district roads)

अन्य जिला सड़कें भी शहर की सड़कों से जुड़ती हैं।


जिला सड़कों की पहचान-


  काली, नीली या सफेद पट्टी (black, blue or white stripe) :  


indication of road

किसी रोड के किनारे इन रंगों के मील पत्थर (milestones) आसपास के जिलों को जोड़ने वाली जिला सड़कों और शहर की सड़कों और उस जिले की intracity को दर्शाते हैं।


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5- पंचायत या ग्रामीण सड़कें (Rural Roads)

Types of Indian Highways or Roads

वे सड़कें जो किसी भी गाँव को ज़िले की सड़कों से जोड़ती हैं, पंचायत या ग्रामीण सड़कें (Rural Roads) कहलाती हैं। ऐसी सड़कें पक्की, कच्ची या मिट्टी की सड़कें होती हैं जो केवल हल्का यातायात करती हैं। Rural Roads मुख्य रूप से गाँवों या गाँवों के समूह को उच्च श्रेणी की निकटतम सड़क के लिए एक दूसरे से जोड़ती हैं।  ग्रामीण क्षेत्र के विकास में ये सड़कें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। ग्रामीण सड़कें आमतौर पर स्थिर मिट्टी या बजरी की single lane चौड़ाई वाली होती हैं।

इन सड़कों के निर्माण और रखरखाव की जिम्मेदारी स्थानीय जिला अधिकारियों के पास होती है।


ग्रामीण सड़कों की पहचान-


  नारंगी पट्टी (orange stripe):  


indication of roads

ये नारंगी धारीदार मील के पत्थर ग्रामीण सड़कों को इंगित करते हैं। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना को भी इन रंग कोडों द्वारा दर्शाया जाता है।


 Frequently Asked Question (FAQs) 

1- भारत में सड़कें कितने प्रकार की होती हैं?

उत्तर- स्थान और कार्य के आधार पर भारत में सड़कें चार प्रकार की होती हैं  1- राष्ट्रीय राजमार्ग, 2- राज्य राजमार्ग, 3- सड़कें, 4- ग्रामीण सड़कें। 

2- भारत में कुल कितने राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways) हैं?

उत्तर- 2010 की नई नंबरिंग प्रणाली के अनुसार, पूरे देश में 87 राष्ट्रीय राजमार्ग (national highways) हैं।

3- भारत में सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग कौन सा है?

उत्तर- NH 44 जो उत्तर-दक्षिण गलियारे (north south corridor) को कवर करता है। यह श्रीनगर से शुरू होकर कन्याकुमारी तक जाता है।

4- National Highways का रखरखाव (maintenance) कौन करता है?

उत्तर- भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highway Authority of India-NHAI)

5- भारत में Toll Tax क्यों लिया जाता है?

उत्तर- Toll Tax जो भारत सरकार द्वारा राज्य राजमार्ग और राष्ट्रीय राजमार्ग पर धन (fund) इकट्ठा करने के लिए वसूला जाता है। इस धन का उपयोग सरकार सड़कों, राजमार्गों के निर्माण, उनके रखरखाव और राज्यों के बीच संपर्क विकसित करने के लिए करती है।

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